Miss U Shayari-यादें शायरी
कहीं एक मगमूम (गमगीन) नाजुक सी लड़की,मुहब्बत में आँसू बहाती तो होगी
वो मासूम तन्हा, परेशान् सी लडकी!,उसे याद मेरी सताती तो होगी
मेरी याद में, मेरी चाहत में,ऐ मेरे दिल!,वो कभी मुस्कुराती तो होगी
हया-बार आँखों में सपने सजाए वो कुछ याद कर के लजाती तो होगी
मेरी खैरियत जानने को सहेली के घर भी वो जल्दी से जाती तो होगी
वो कुछ पूछती होगी,लेकिन तभी वो मेरे जिक्र पर झेंप जाती तो होगी
मेरे गीत गाती तो होगी वो लड़की मेरी गजलें भी गुनगुनाती तो होगी
तन्हाई में,अपनी सहेली के साथ कभी न कभी मुस्कुराती तो होगी
Yaad Shayari in Hind
मुहब्बत से मगलूब हो कर,बडी ही अकीदत से, हर एक दिन एक चिट्ठी,
मुझे लिखने के वास्ते बारहा वो कलम अपनी,ए दिल!,उठाती तो होगी
सुनो,तुम!,उसे मेरी गजलें पसन्द है,उस की नजर में मैं शायर हूँ, यार !
मेरे शेर पढती तो होगी वो,और वो मेरी गजल गुनगुनाती तो होगी
Yaadein Shayari-यादें शायरी
प्रेमी शायर की ये बातें सुन कर प्रेमीका ये बोलती है :
वफा में, मुहब्बत में, ये इन्तजार बडी जान-लेवा शै होती है, दोस्त!
अरे,ये इन्तजार है क्या?,ये प्यार बडी जान-लेवा शै होती है, दोस्त!
तब प्रेमी शायर ये कहता है :
सनम! आ रहा हूँ मै!,धीरज रखो( धरो) तुम!,तुम्हारी खुशी के लिए जी रहा हूँ
कभी मैं नजर हूँ, कभी मैं जिगर हूँ, कभी मैं दवा हूँ, कभी मैं दुआ हूँ!
फिर प्रेमीका बोलती है :
मैं हर शक्ल में अपनी खुशबू बिखेर रही हूँ, तुम ही देख लो, कि मैं क्या हूँ !?
कभी मैं कमल हूँ, कभी मैं गुलाब हूँ, जैतून गाहे !,कभी मैं हिना हूँ !!
नोट : इस जदीद नज्म या नवीनतम कविता के दीगर शेर-व-सुखन आइंदा फिर कभी पेश किए जायेगे )
शायर : डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी
द्वारा डॉक्टर रामचन्द्र दास प्रेमी राज चंडी गढी,डॉक्टर इनसान प्रेमनगरी हाऊस,डॉक्टर खदीजा नरसिंग होम,रांची हिल साईड,इमामबाड़ा रोड,रांची-834001
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