तमन्ना शायरी-Tamanna Shayari
मुहब्बत की तमन्ना मोटिवेशनल शायरी
ग़ज़ल
ह़सीं चेहरों से उल्फ़त की तमन्ना।
बड़ी नाज़ुक है ह़ज़रत की तमन्ना।
बिना तेरे सनम तू ही बता दे।
करूँ कैसे मैं फ़रह़त की तमन्ना।
ये नादानी नहीं तो और क्या है।
रक़ीबों से मुहब्बत की तमन्ना।
प्रेरणात्मक शायरी इन हिंदी
हमारा दिल ही दिल समझा न जिसने।
सितम है उससे रग़बत की तमन्ना।
जो ह़ासिल हो किसी का दिल दुखा कर।
बुरी है ऐसी दौलत की तमन्ना।
अ़मल शैतान से हैं जिनके वो भी।
लिए फिरते हैं जन्नत की तमन्ना।
न रखिए दौरे ह़ाज़िर में किसी से।
सदाक़त की, शराफ़त की तमन्ना।
किसी का काम हो चर्चा किसी का।
मुज़िर है ऐसी शौहरत की तमन्ना।
लुटे हैं भीड़ में अपनों की जब से।
उठी है दिल में नुदरत की तमन्ना।
फ़राज़ उसने क्या देखा मुस्कुरा कर।
बर आई आज मुद्दत की तमन्ना।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद
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