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Motivational Shayari Hindi | Attitude Shayari | Love Message In Hindi

Attitude Shayari Hindi – एटीट्यूड शायरी हिंदी में | तेवर शायरी इन हिंदी

ग़ज़ल
ख़ूब सुनते हैं सबकी अ़र्ज़ी अब।
वो भी करने लगे हैं सिफ़ली अब।

कोई शय भी नहीं है असली अब।
मिल रही है दवा भी नक़ली अब।

फिर तबीअ़त हमारी मचली अब।
जाने क्या चाहती है पगली अब।

आप आए मिरी अ़यादत को।
लाज़मी है शिफ़ा ए कुल्ली अब।

कितना दुश्वार हो गया जीना।
वो गिराते हैं रोज़ बिजली अब।

नाचते थे जो लोग सड़कों पर।
वो बजाते हैं घर में ढपली अब।

अश्क छलकेंगे मेरी आँखों से।
उनकी यादों की छाई बदली अब।

जिन में दूद ए चराग़ लगता था।
उनमें दिखती नहीं है कजली अब।

पारसा थे फ़राज़ जो कल तक।
वो भी करने लगे हैं चुग़ली अब।

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद।

अकड़ Shayri in Hindi - किसी को जलाने की एटीट्यूड शायरी

ग़ज़ल
सुनके मेरी हँसी थमी ही नहीं।
जब वोले ये शायरी ही नहीं।

देख कर उनकी ज़ेबो ज़ीनत को।
चाँद भी चुप है चाँदनी ही नहीं।

जिस में इन्सानियत नहीं कोई।
वो सभी कुछ है आदमी ही नहीं।

यूँ ही करते नहीं कभी मैसेज।
आप को हमसे आशिक़ी ही नहीं।

जब से पी है निगाहे साक़ी से।
तब से होंठों पे तिश्नगी ही नहीं।

ज़िक्र मेरा छिड़ा तो वो बोले।
उस की छोड़ो वो आदमी ही नहीं।

हम को कहते हैं सब ही दीवाना।
बात यह सिर्फ़ आप की ही नहीं।

आज तक भी फ़राज़ इस दिल से।
उनकी उल्फ़त कभी घटी ही नहीं।

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ मुरादाबाद

Love Message In Hindi | Motivational Love Shayari Hindi

Love Message In Hindi | Motivational Love Shayari Hindi
ग़ज़ल
मचल रहा है ये क़ल्बे मुज़तर, दुआ़ करो के क़रार आए।
न सँभला देखो किसी से जानाँतबीब जब के हज़ार आए।

न फ़ोन आया न तुम ही आए, न कोई मैसेज तुम्हारा आया।
बिना तुम्हारे बताओ दिलबर ख़िजाँ में कैसे बहार आए।

अजब है हरसू ख़िज़ाँ का आलम जिधर भी देखो उदासियाँ हैं।
ख़ुदाया तुझसे दुआ़ है मेरी हर एक रुख़ पर निखार आए।

गुलाब लेकर भी ख़ुश नहीं वो,न जाने कैसी है सोच उनकी।
उन्हें भी दिल से लगाया हमने, हमारे ह़क़ में जो ख़ार आए।

शराब हो के शबाब हो वो ह़राम हो के ह़लाल हो वो।
गए न उसके क़रीब हम फिर नज़र से जिसको उतार आए।

नसीब बदला न हम ही बदलेअभी भी फिरते हैं बावरों से।
सुधर चुका है ज़माना सारा हमें न आ़ला शिआ़र आए।

ह़सीन था वो ये सच है लेकिन,ग़ुरुर सब को दिखा रहा था।
फ़राज़ हम भी ख़ुमार उसकाबस एक पल में उतार आए।

सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना मुरादाबाद उत्तर प्रदेश
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