झूठा वादा शायरी Jhutha Wada Shayari वादा तोड़ने वाली शायरी
मुक्तक झूठा वादा।
प्यार का दिलासा तूने दिलाया न होता।
मैं इतनी दूर साथ तेरे आया न होता।
वक्त गुजर गया न तू मिला न तेरा प्यार।
झूठे तेरे वादे ने आज रुलाया न होता।
श्याम कुंवर भारती।
झूठा वादा शायरी Jhutha Wada Shayari
मुक्तक बहार ए गुलशन : जो साथ चलना न चाहे
जो साथ चलना न चाहे इंतजार उसका क्या करे।
जो पलट के देखे न कभी प्यार तुझसे क्या करे।
होगा हसीन लाखो में पूनम का चांद और स्वर्ग परी।
जिसे परवाह नही तेरी बहार ए गुलशन क्या करे।
श्याम कुंवर भारती
झूठा वादा शायरी Jhutha Wada Shayari : झूठे बहाने तो ना बनाते
मानता हूं ये रिश्ता तुम कब तक निभाते
पर कम से कम झूठे बहाने तो ना बनाते
चलो मानता हूं छोड़ कर गए मजबूरी में
मगर "प्यार है तुम्ही से" ये कहकर तो जाते
जब तुम्हे मालूम था कि छोड़कर जाना ही है
तो कम से कम कुछ कसमें तो कम खाते
!!राघवेंद्र!!
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