पति पत्नी की रोमांटिक शायरी : अपने पिया का इंतज़ार
खिड़की पर टकटकी : पति पत्नी की रोमांटिक शायरी
खिड़की
वो खिड़की में खड़े हो
अपने पिया का इंतज़ार
भाता है मुझे।।
हर पवन का झौंका छेड़
मेरे बालों को सहला जैसे
कहता खूब पिया भाता तुझे।।
आके पिया जब देख खिड़की
पर हमें मुस्कुराहट बिखरते
देख दिल घबराता तुझे।।
खोलूं जो दरवाजा बांहों में
भरे पिया, यही छुअन खुशबू
बिखरा सहलाता मुझे।।
सच वो खिड़की पर टकटकी
लगाए सांझ ढ़लते ही इंतज़ार
रिश्तों में मिठास भर प्रेम अटूट
रिश्ते की डोर से बांध जाता हमें।।
वीना आडवानी तन्वी
नागपुर, महाराष्ट्र
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