Good Morning Flowers
जिंदगी का सफर सुहाना रहे
Zindagi Ka Safar Suhana Rahe
Good Morning Motivation
सुप्रभात
Good Morning
प्रेम का एहसास दूरियां बतलाती
थोड़ी सी आहट भी रूला जाती
मिलन और जुदाई ही जिंदगी है
सोच की सम्पन्नता सम्मान दिलाती!
थोड़ी सी आहट भी रूला जाती
मिलन और जुदाई ही जिंदगी है
सोच की सम्पन्नता सम्मान दिलाती!
आश्विन दोमासा अमावस का स्वागत
Soch Ki Disha Bhale Hi Koi Tay Kar Le
सोच की दिशा भले कोई तय कर ले
होता वही है जैसा वक्त चाहता है
आपाधापी करने वाले कर रहे होते
मुकद्दर का सिकंदर बाजी मार जाता है
होता वही है जैसा वक्त चाहता है
आपाधापी करने वाले कर रहे होते
मुकद्दर का सिकंदर बाजी मार जाता है
शारदीय तपिश की अंगड़ाई मुबारक
सुप्रभात
Goodmorning Status
वो बैठे हैं वहां जहां से नज़ारे आम दिखता है
उनका मक़सद खास है कहां बेचारा आम दिखता है
भाग्य उनकी मुट्ठियों में कैद होकर रह गया
उन्हें आस-पास केवल खासमखास दिखता है!
उनका मक़सद खास है कहां बेचारा आम दिखता है
भाग्य उनकी मुट्ठियों में कैद होकर रह गया
उन्हें आस-पास केवल खासमखास दिखता है!
Good Morning Hindi
चित्रा नक्षत्र का प्रणाम
रचती हूं एहसासों का गीत
गुनगुना लेती हूं प्रेम संगीत
कण-कण की संवेदना बटोरकर
रखना चाहती हूं मेरे मीत
उदासी पीड़ा उलझन और प्रीत
समझने वाले ही करते प्रतीत
मैं से हम की ओर बढ़ते ही
होने लगता है गुत्थियों पर जीत!
रचती हूं एहसासों का गीत
गुनगुना लेती हूं प्रेम संगीत
कण-कण की संवेदना बटोरकर
रखना चाहती हूं मेरे मीत
उदासी पीड़ा उलझन और प्रीत
समझने वाले ही करते प्रतीत
मैं से हम की ओर बढ़ते ही
होने लगता है गुत्थियों पर जीत!
Good Morning Monday
सुबह-सुबह की गहमागहमी का स्वागत
Subah Ki Gahmagahmi ka Swagat hai
बबुआ शहर में मिट्टी की खुशबू ढूंढता है
आधुनिकता तले दबकर मिट्टी सिसकता
संग हवाओं के हमें धूलकण गले लगा रहा
बबुआ बात क्यों नहीं ये सीधे से समझता है
बबुआ शहर में मिट्टी की खुशबू ढूंढता है!
आधुनिकता तले दबकर मिट्टी सिसकता
संग हवाओं के हमें धूलकण गले लगा रहा
बबुआ बात क्यों नहीं ये सीधे से समझता है
बबुआ शहर में मिट्टी की खुशबू ढूंढता है!
Good Morning Hindi
ऊफ ये आसिन की तपिश भरी सुबह
It's Very Very Hot Morning Today
हलचल हुई कुछ यूं कि लोग चौंक गये
किसने किसको क्यों परेशान किया
चलते फिरते लोग भी कुछ छौंक गये
खुले हैं सबके आंख और कान लेकिन
जो बदनाम थे वही चमक गये!
लता प्रासर
LATA PRASHAR
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