बेहतरीन तन्हाई शायरी हिंदी-Tanhai Shayari
Alone Shayari
ग़ज़ल
दर्द आंसू तड़प और रुसवाईयां
उनको महफ़िल मिली मुझको तनहाइयां।
ले जा अपनी बहारें ऐ बादे सबा
रास आती नहीं अब ये रानाइयां।
हाले दिल कहने को साज़ छेड़े गए
रो पड़ीं हिचकियां ले के शहनाइयां।
दर्द भरी हिंदी ग़ज़ल
कहती है सजदे में आसमां से ज़मीं
यूं ही क़ायम रहे तेरी ऊंचाइयां।
उम्र भर साथ कोई चले ना चले
साथ चलती हैं अपनी ही परछाइयां।
भूलता कौन है"अतिया" बचपन के दिन
वो खिलौने वो झूले वो अमराइयां।
अतिया नूर
prayagraj U.P.
6386714804
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