DARD BHARI SHAYARI IN HINDI
ROMANTIC GHAZAL
यूँ मुस्कुरा के जलवा किसी ने दिखा दिया
उस महजबीं ने मुझको भी बिस्मिल बना दिया
Dard Shayari In Hindi
यूँ मुस्कुरा के जलवा किसी ने दिखा दिया
उस महजबीं ने मुझको भी बिस्मिल बना दिया
मेरी वफ़ा का उसने भला क्या सिला दिया
ग़ैरों के साथ मिल के मेरा घर जला दिया
उस को तरस ना आया कभी मेरे हाल पर
सुन कर के मेरी आहो फ़ग़ाँ मुस्कुरा दिया
करता ही जा रहा है वो दिन रात रहज़नी
रहज़न था जिसको हमने मुहाफ़िज़ बना दिया
लोगों से बचके रहने लगा हूँ मैं आज कल
इक आशिक़ी ने सब की नज़र से गिरा दिया
दुनिया रही न दीन रहा तेरे इश्क़ में
जो कुछ था मेरे पास तुझी पर लुटा दिया
ऐ दुनिया वालों कम न थे मुझ पर तेरे सितम
"गो आसमाँ ने ख़ाक में हमको मिला दिया"
तन्हा तड़प रहा हूँ, मुझे इसका ग़म नहीं
है किसका साथ दुनिया में किसने भला दिया
सुन कर के मैं हँसा था तेरे आने की ख़बर
पर आ के तेरी याद ने मुझको रूला दिया
मैं शायरी के फ़न से तो वाक़िफ़ न था मगर
बिस्मिल मुझे भी इश्क़ ने शायर बना दिया
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