रिश्तों में दूरियां शायरी-Matlabi Shayari
मतलब के रिश्ते शायरी इन हिंदी
रिश्तों पर ग़ज़ल
दौलत ने इस क़दर उसे मग़रूर कर दिया
अपने पराए सबसे बहुत दूर कर दिया
गुमनाम रह गया कोई दीवान लिख के भी
दो चार शेर ने तुझे मशहूर कर दिया।
उसके भी सामने थीं ज़माने की रस्मो - राह
मेरी अना ने भी मुझे मजबूर कर दिया।
ना जाने क्या असर था तुम्हारी ज़ुबान में
पत्थर उठाया भी नहीं दिल चूर कर दिया।
कोई किसी से अब नहीं मिलता ख़ुलूस से
अहले सहर ने कैसा ये दस्तूर कर दिया।
कौन आ गया कि हो गई हर सम्त रौशनी
"अतिया" तमाम राहों को पुरनूर कर दिया।
अतिया नूर
अहले सहर : जादू टोना करने वाले लोग
E 116/9 G T B nagar kareli - 211003
prayagraj( U .P)
6386714804
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