प्यार शुरू करने की शायरी | Love Shayari
Pyar Bhari Shayari For Girlfriend
प्यार का तूफान शायरी
कोई कह दे उन आँखों से कि टकराया नहीं करते,
दबे दिल में किसी तूफां को उकसाया नहीं करते।
जलाकर ख़ाक कर देता शरर इक दश्त को पल में,
हवाओं यूँ किसी ज़ालिम को भड़काया नहीं करते।
बड़े तूफान के घेरों में जो दीये बड़े होते,
वो दीये सामने आँधी के घबराया नहीं करते।
दुआ या बद्दुआ उनकी असर ज़ल्दी दिखाती हैं,
किसी मज़लूम की मांगों को ठुकराया नहीं करते।
रफ़ू करते हुए सारी उमरिया बीत जाती है,
कभी दिल को किसी काँटे से उलझाया नहीं करते।
बड़ा होते ही हर बच्चा सबक़ ये सीख जाता है,
पराई आग में हाथों को झुलसाया नहीं करते।
यही दस्तूर भी है और कहावत भी बुजुर्गों की,
समर वाले शजर को जड़ से कटवाया नहीं करते।
सुनो मौजो तुम्हारी है अना ख़ुद अपने हाथों में,
कि क़स्दन यूँ किसी साहिल से टकराया नहीं करते।
वो अब बेबाक़ कहते हैं मुझे जो कहते थे इक दिन,
मेरी जाँ इस तरह अपनों से शरमाया नहीं करते।
राजेश कुमारी राज
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