लापता यार शायरी Lapata Pyar Shayari in Hindi Font लापता यार शायरी
पूर्णिका यार लापता
मेरा यार है लापता पता किससे पूछे।
हुई क्या मुझसे खता बता किससे पूछे।
दिल ओ जां दे दिया जीना हुआ मुश्किल।
बचा नहीं कोई रास्ता पता किससे पूछे।
तू ही बसा दिल में और की जगह ही नही।
हालत हो गई खस्ता पता किससे पूछे।
गया तु छोड़के इस तरह कुछ हुआ ही नही।
बिना मेरे कैसे रहता पता किससे पूछे।
दिन का चैन रात की नींद हराम कर गया तु।
मेरी बेकरारी पर तू हंसता पता किससे पूछे।
अब आ भी जा की सांस चल रही है मेरी।
तेरे बिना दिल नही लगता पता किससे पूछे।
रो लेता हुँ चुपके तेरी याद में न सोता न जागता हूं।
नही कोई मेरा हाल है पूछता पता किससे पूछे।
श्याम कुंवर भारती।
बोकारो झारखंड।
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