जज्बात शायरी : दिल में दफ़न हुए जज़्बाते Jazbaat Shayari Dil Mein Dafan Hue Jazbaate
शीर्षक: दिल में दफ़न हुए जज़्बाते है....
कुछ बात कहीं नहीं जाती
कुछ राज़ खोले नहीं जाते
दिल के कोने में दबी दबी रह जाते है
कुछ अनकहीं बातें है, दिल में दफ़न हुए जज़्बातें है
सुनना पड़ता है रोज़ कड़वी बातें
गुज़ारना पड़ता है दर्द भरी रातें
किसी को बताया भी न जाए
दिल के ज़ख्म सहा भी न जाए
कुछ अनकही बातें है, दिल में दफ़न हुए जज़्बाते है
ज़ख्म धीरे धीरे नासूर बन गए है
मरहम लगाने वाले हीं कुदेरकर चल दिए है
करूँ तो शिकायत किससे करूँ
जिनसे ये तोहफ़े मिले है
उनके ही संग तो जीते है
कुछ अनकही बातें है, दिल में दफ़न हुए जज़्बाते है
उम्मीद की किरण नज़र नहीं आती
सुधरने की आस नज़र नहीं आती
फिर भी एक विश्वास पला है
कभी-न-कभी वो घड़ी आएगी
पत्थर दिल भी मोम सा बन जाएगी
कुछ अनकही बातें है, दिल में दफ़न हुए जज़्बाते है
संध्या जाधव, हुबली कर्नाटक
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