पेट्रोल डीजल महंगाई पर शायरी | बढ़ती महंगाई पर हास्य कविता
रसगुल्ला हो गया है नींबू से सस्ता : महंगाई पर शायरी महंगाई पर व्यंग्य
रसगुल्ला हो गया है.....
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कैसे गरीबों का हाल हुआ खस्ता
रसगुल्ला हो गया है नींबू से सस्ता
*
पेट्रोल डीजल महंगाई पर शायरी
कहता हूँ मैं सारे गम को भुलाओ
रसगुल्ला खाओ हरि गुण गाओ
शिक्षा सुरक्षा की बातें फिजूल
डीजल पेट्रोल को यूँ जाओ भूल
इसके सिवा नहीं दूजा है रस्ता
रसगुल्ला हो गया है नींबू से सस्ता
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छोड़ो विकास की है बेतुकी बातें
मस्ती में गुजरेगी दिन और रातें
महंगाई का थोड़ा भी दुख नहीं रोना
आगे जो आया है उसको ही ढोना
रोटी के दुख से है दुखिया तरसता
रसगुल्ला हो गया है नींबू से सस्ता
*
छोड़ो बिजेन्दर जी बातें बनाना
महंगा है जीवन तो बदलो ठिकाना
अबकी के राजा का है यहीं कहना
तुम भी फकीरों के जैसे ही रहना
केवल फकीरी में सब सुख बरसता
रसगुल्ला हो गया है नींबू से सस्ता
*
बिजेन्द्र कुमार तिवारी
बिजेन्दर बाबू
गैरतपुर, माँझी
सारण, बिहार
मोबाइल नंबर:- 7250299200
आइए पढ़ते हैं महंगाई पर कुछ और मजेदार शायरी महंगाई स्टेटस, कोट्स, महंगाई पर स्लोगन, Mehangai Shayari in Hindi, Mehangai Status Quotes in Hindi, Mehangai Slogan in Hindi, Funny Mehangai Quotes in Hindi.
महंगाई शायरी स्टेटस स्लोगन Mehangai Shayari Status Slogan Quotes Hindi
जब से बढ़ने लगी है रोज-रोज महंगाई
लोग कैंसिल करने लगे हैं अपनी अपनी सगाई
कहां से लाऊं बारातियों के लिए भोजन और मिठाई
कहीं हो न जाए दुनिया में मेरी भी जग हंसाई
Jab Se Bharane Lagi Hai Roj Roj Mahangai
Log Cancel Karne Lage Hain Aapni Apni Sagai
Kahan Se Laun Baratiyon Ke Liye Bhojan Aur Mithaai
Kahin Ho Na Jaaye Duniya Mein Meri Bhi Jag Hasai
Mehangai Shayari Status Slogan Quotes in Hindi
महंगाई शायरी
आटा दाल हुआ है महंगा
चीनी हो गई महंगी
महंगाई का यह आलम है
रहती है घर में तंगी
महंगाई पर हिंदी शायरी
कैसे-कैसे हिसाब लगा रहे हैं गरीब
बच्चों के स्कूल फीस बचाने को
नेताजी व्यस्त हो गए हैं
काले धन कमाने को
महंगाई और गरीबी शायरी
लोगों की आंखों में आंखें डाल कर करीब से पूछो
महंगाई कितनी बढ़ गई है, यह किसी गरीब से पूछो
Logon Ki Aankhon Mein Aankhen Dalkar Kareeb Se Poochho
Mahangai Kitni Badh Gai Hai Yah Kisi Garib Se Poochho
एक जमाना था जब संडे मंडे रोज खाते थे अंडे
एक जमाना ही है रोज खाते हैं महंगाई के डंडे
Ek Zamana Tha Jab Sunday Monday Roj Khate The Ande
Ek Jamana Ya Hai Jab Roj Khate Hain Mahangai Ke Dande
महंगाई और गरीब शायरी
बाजारों में हर तरफ छाने लगी महंगाई
होने लगा गरीब के दिमाग़ का भेजा फ्राई
Bazaron Mein Har Taraf Chhanne Lagi Mahangai
Hone Laga Garib Ke Dimag Ka Bheja Fry
महंगाई से कौन-कौन है परेशान
गरीब, मजदूर और किसान
Mahangai Se Kaun Kaun Hai Pareshan
Garib Majdoor Aur KISAN
अगर इस तरह रोज-रोज महंगाई बढ़ेगी
तो फिर हमारी बिटिया कहां कैसे पढ़ेगी
Agar Is Tarah Roz Roz Mahangai Badhegi
To Hamari Bitiya Kahan Kaise Padhegi
देखकर बढ़ती हुई महंगाई और घटती हुई कमाई
बनने लगी है आधार कार्ड की जगह उधा कार्ड
Dekh Kar Badhati Hui Mahangai aur Ghatati Hui Kamai
Banane Lagi Hai Aadhar Card Ki Jagah Udhar Card
आजकल महंगाई बढ़ रही है जिस रफ्तार से
इंसानों की कीमत घट रही है उस रफ्तार से
Aajkal Mahangai Badh Rahi Hai Jis Raftar Se
Insanon Ki kimat Ghat Rahi Hai Use Raftar Se
महंगाई और सरकार पर स्लोगन
सरकार ने कागज पर कर दिया अपना कमाल
महंगाई ने कर दी हमारी जिंदगी बदहाल
Sarkar Ne Kagaj Per Kar Diya Kamal
Mahangai Ne Kar Di Hamari Zindagi Badhaal
पूछ रही है जनता तुमसे क्यों इतनी महंगाई है
अच्छे दिन का वादा करके क्यों बैठा हरजाई है
Poochh Rahi Hai Janata Tumse Kyon Itni Mahangai Hai
Acche Din Ka Vada Karke Kyon Baitha Harjaee Hai
महंगाई पर स्लोगन हिंदी Mehangai Slogan in Hindi
इलेक्शन में कहते हैं रोजगार बनाएंगे
लेकिन इलेक्शन के बाद महंगाई बढ़ाएंगे
Election Mein Kahate Hain Rojgar Badhaenge
Lekin Election Ke Bad Mahangai Banaenge
पेट्रोल डीजल महंगाई पर शायरी स्टेटस Petrol Diesel Price Hike Shayari
कम नहीं हो रहे पेट्रोल डीजल के दाम
लगता है सरकार हो गई है बेलगाम
Kam Nahin Ho Rahe Petrol Diesel Ke Dam
Lagta Hai Sarkar Ho Gai Hai Be Lagaam
क्यों नहीं हो रहा है पेट्रोल डीजल के दाम कम
क्यों हो गई है हमारी सरकारें इतनी बेशर्म
Kyon Nahin Ho Raha Petrol Diesel Ke Dam Kam
Kyon Ho Gai Hai Hamari Sarkari Itni Besharm
महंगाई की मार पर शायरी
अत्याचार कब तक करती रहेगी सरकार
हम कब तक सहेंगे महंगाई की मार
Atyachar Kab Tak Karti Rahegi Sarkar
Ham Kab Tak Sahenge Mahangai Ki Maar
महंगाई पर शायरी लव स्टोरी
हमारे नसीब में कहाँ गर्लफ्रेंड और प्यार
सच में मिडिल क्लास है महंगाई से बीमार
Hamare Naseeb Mein Kahan Girlfriend Aur Pyar
Sach Mein Middle Class Mahangai Se Hai Bimar
महंगाई पर ग़ज़ल शायरी
कविता लिखूं गजल लिखूं या
अमीर गरीब की रुबाई लिखूं
जिन्दगी की तन्हाई लिखूँ,
या अपनों की रूसवाई लिखूँ।
बढ़ती हुई महंगाई लिखूँ
या घटती हुई कमाई लिखूँ।
महंगाई शायरी स्टेटस कोट्स स्लोगन्स Inflation Mehangai Shayari
जो इस तरह से बढ़ती रहेगी महंगाई
तो कम पड़ जाएगी गरीबों की कमाई
Jo Is Tarah Se Badhati Rahegi Mahangai
To Kam Par Jayegi Garibon ki Kamai
अब तो गर्लफ्रेंड का महंगा हो गया है प्यार
इसलिए कि गोलगप्पे हो गये है दस के चार
Inflation Shayari in Hindi
ऐ ख़ाक-ए-वतन तुझ से मैं शर्मिंदा बहुत हूँ
महँगाई के मौसम में ये त्यौहार पड़ा है
मुनव्वर राना
Inflation Quotes in Hindi
ऐसी महँगाई है कि चेहरा भी
बेच के अपना खा गया कोई
अब वो अरमान हैं न वो सपने
सब कबूतर उड़ा गया कोई
कैफ़ी आज़मी
महंगाई क्या होती है?
किसी गरीब से पूछो,
किसी बेरोजगार से पूछो,
पढने वाले छात्रों से पूछों,
खेतों में काम करने वाले किसान से पूछों
महंगाई पर स्लोगन
बच्चे अब छोड़ दिए है रोना,
महंगा इतना हो गया है खिलौना।
दिल उतना नही रोया तन्हाई में,
दिल जितना रो रहा है महंगाई में।
महंगाई का ये आलम है साहब
आजकल लोग याद भी नही करते।
इस दौर में महंगाई से सब परेशान है,
सरकार को अब गरीबों का कहाँ ध्यान है।
महँगाई की तहलील में जब जिस्म टटोला
मालूम हुआ हम तो कमर भी नहीं रखते
सय्यद ज़मीर जाफ़री
महंगाई की मार सहते है,
गरीब और क्या कर सकते है,
सरकार बहाने पर बहाने बनाती है,
महंगाई हमें बड़ा रूलाती है।
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