Pyar Ka Izhaar Karne Wali Shayari in Hindi
गज़ल
तुम जो चाहो सब छोड़ घर वापस आ जाएं।
कैसा रहेगा अगर कुछ वक्त साथ बिता पाएं।।
जाने क्यों लगे जो बिन मिले सदिया गुजर गई।
अजी पास बैठो अगर दिल ए हाल सुना पाएं।।
माना वक्त के दरिया में कभी बह गए दोनों।
आओ कोशिश करके क्यों न एक हो जाए।।
और कुछ नही, यह दुनिया भीड़ से ज्यादा।
आओ क्यो न मिलकर एक दुनिया बसाए।
डर है मुलाकातो का मौसम यू लौट न जाएं।
फिर जाने यू मिलने की रुत आए या न आए।।
प्रकाश कुमार मधुबनी'चंदन'
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