सैड लव स्टोरी शायरी | लव सैड शायरी हिंदी
ग़ज़ल
किसी को गले लगाए ज़माने गुज़र गए
कोई गीत गुनगुनाए ज़माने गुज़र गए
अहसास दर्द का क्यों कमतर नहीं होता
जब दिल पे चोट खाए ज़माने गुज़र गए
रूठे वो इस तरह कि सूरत ना दिखी फिर
दर पे नज़र जमाए ज़माने गुज़र गए
मेरे लबों पे है तबस्सुम ये मजलिसी
मुझे दिल से मुस्कुराए ज़माने गुज़र गए
होने लगी है अब इसे भी हाजत ए रफू
ये पैरहन सिलाए ज़माने गुज़र गए
आए तूफान सफर की लज़्ज़त तो कुछ बढ़े
कश्ती को डगमगाए ज़माने गुज़र गए
आदत सी हो गई है अँधेरों की अब मुझे
तारों को झिलमिलाए ज़माने गुज़र गए
इस राख में बचा नहीं कोई शरार अब,
हमें अपना घर जलाए ज़माने गुज़र गए
यारों को मिले वक्त तो आ के करें दफन
मुझ को तो ज़हर खाए ज़माने गुज़र गए,
आभार सहित :- भरत मल्होत्रा
सैड शायरी Sad Shayari : अश्क थोड़े से बहाकर ज़रा सा इश्क रख देना
ग़ज़ल
कोई नगमा गुनगुनाकर ज़रा सा इश्क रख देना
अश्क थोड़े से बहाकर ज़रा सा इश्क रख देना
रूह मेरी सुकूं पा जाएगी इतने में ही दिलबर मेरे
तुम मेरी कब्र पर आकर ज़रा सा इश्क रख देना
फैलाऊँ हाथ मैं जब भी दुआओं में तेरे आगे
मेरे हाथ में लाकर ज़रा सा इश्क रख देना
जहां रखी हैं मैंने तेरी सब यादें करीने से
वहीं तुम भी मुस्कुराकर ज़रा सा इश्क रख देना
ज़िंदगी के तनहा रास्तों पर तुम मेरी खातिर कहीं
दुनिया से छुप-छुपाकर ज़रा सा इश्क रख देना
आभार सहित : भरत मल्होत्रा।
Sad Love Shayari In Hindi For Girlfriend
ग़ज़ल
बेमकसद मुस्कुराना भी कभी उदास होना भी
कभी उम्मीद रखना भी कभी बेआस होना भी
गम मुझको नहीं है सिर्फ तुझसे दूर होने का
है तकलीफदेह औरों का तेरे पास होना भी
कोयला भी बदल जाता है वक्त के साथ हीरे में
धीरे-धीरे मुमकिन है आम से खास होना भी
बिछड़ के तुझसे गुज़रेगी उम्र कैसे हकीकत में
जब इतना जानलेवा है ये एहसास होना भी
नहीं मिलती फकत चाहने से कोई चीज़ दुनिया में
ज़रूरी है तबियत में ज़रा सी प्यास होना भी
आभार सहित :- भरत मल्होत्रा
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