टूटे इतने टुकड़ों में कि हर टुकड़ा ही रूठ गया Tute Dil Shayari
जानना चाहा जब खुद को
जानना चाहा जब खुद को, उतना ही हमें खुद को जानना तोड़ा गया
टूटे इतने टुकड़ों में कि हर टुकड़ा ही हमसे रूठ गया
जोड़ना चाहती आज भी अपने टुकड़ों को
हर एक टुकड़ा ही दर्द में डूब मुझसे छूट गया।।
जुड़ नहीं पा रहे आज भी मेरे हर एक टुकड़े
लगता है हर टूटे मेरे टुकड़ो में रिश्ता ही कहीं छूट गया।।
कब तलक वेदनाओं से भरे रिश्ते हम झेलेंगे
बेवफ़ाई, फ़रेब ही जीत मेरा दिल चीर गया।।
लगता हे ये सांसों के बंधन ही मेरा साथ छोड़े
सांसों के बंधन कहते, अग्निपरीक्षा तेरी, पर सब्र टूट गया।।
जानना चाहा जब खुद को ही रिश्तों का दाम़न छूट गया।।2।।
वीना आडवाणी तन्वी
नागपुर, महाराष्ट्र
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