Eid Mubarak Shayari Wishes Quotes Status in Hindi
ईद मुबारक शायरी इन हिन्दी फॉण्ट - Shayari Font
ईद मुबारक हो भाई ईद मुबारक।
बन जाएँ हम मानवता धारक।।
न कोई चीख हो हृदय विदारक।
हृदयजीत प्रतियोगिता कारक।।
सहनशीलता धैर्य अब हो हमारा।
विश्वबंधुत्व हो सुंदर औ प्यारा।।
आओ आगे अब हाथ हम बढ़ाएँ।
मानव मानव एकसूत्र बँध जाएँ।।
शुरू हो अब नव मानव कहानी।
क्रूरता छोड़ बन जाएँ हम ज्ञानी।।
बूद करो अब यह मानव संहार।
मानव हो मानव से कर लो प्यार।।
मानवता हो मानव का ही आधार।
मानवता ही हो जीवन का सार।।
मांस मदीरा भी हम न अपनाएँ।
मन का विकार हम दूर भगाएँ।।
दैत्यता छोड़ हम बन जाएँ सुर।
जीवन को न करें हम मजबूर।।
मिथ्या धर्म हम अब दूर भगाएँ।
मन की सत्यता को हम जगाएँ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना।
अरुण दिव्यांश 9504503560
आया ईद का त्यौहार ईद मुबारक शायरी बधाई संदेश
आया ईद का त्यौहार ईद मुबारक
खुशियाँ लेकर अपरंपार
नाचो गाओ मेरे यार
आया ईद का त्यौहार॥
दिखा ईद का जो चाँद
लाया खुशियों की सौगात
खुशियाँ मनाओ मेरे यार
आज है चाँद रात॥
सुबह सूरज जो आया
लेकर खुशियाँ वो आया
ईद का दिन सुहाना
खुश है सारा जमाना
सबको गले तुम लगाओ
दिल से दिल कॊ मिलाओ
गीले शिकवे भूल जाओ
सबको गले से लगाओ
सोशल डिस्टेंस अपनाओ
दिल से दिल ही मिलाओ
हाथ प्यार से हिलाओ
चेहरे पे मुस्कान लाओ
खुशी खुशी ईद मनाओ
हिन्दू मुस्लिम ईद मुबारक शायरी
खाओ लछे और मिठाई
खिलाओ सबको मेरे भाई
हिंदू मुस्लिम या सिख ईसाई
लेकर खुशियों की सौगात
ईद आई मेरे भाई ईद आई
लेकर ख़ुशियों की बौछार
आया ईद का त्यौहार॥
" लक्ष्य" ये है प्यार का त्यौहार
ये है खुशियों का त्यौहार॥
निर्दोष लक्ष्य जैन
धनबाद
ईद मुबारक
ईद कुछ ऐसे मनाएं : ईद शायरी इन हिन्दी
ईद कुछ ऐसे मनाएं
ईद कुछ ऐसे मनाएं,
भेद-भावों को भुलाएं।
जाति-मजहब त्याग के,
सबको गले आओ लगाएं।
ईद कुछ ऐसे मनाएं!
प्रेम हो, सौहार्द्र हो,
घर-द्वार को मिलके सजाएं।
साथ मिल खाएं सेंवइयां,
नफरतों को हम मिटाएं।
ईद कुछ ऐसे मनाएं !
दीन जो निर्धन पड़ोसी,
कुछ मदद करके दिखाएं।
हर लबों पर ला खुशी,
रूठा उसे खुशियां दिलाएं।
ईद कुछ ऐसे मनाएं !
ओम प्रकाश खरे
जौनपुर।०३-०५-२०२२
ईद मुबारक शुभकामनाएं | ईद मुबारक बधाई संदेश
मोहब्बत का पैगाम लेकर ईद आई है
खुशियों से भरा त्योहार ईद आई है
मिलो गले... भुलाकर सब शिकवे गिले
आओ हम सब मिलकर खुशीयां मनाएं के ईद आई है
अहले वतन को ईद की दिली मुबारकबाद
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Eid Mubarak
चाँद बन कर वो निकल आएंगे छत पर शायद!
बस इसी सोच में आँखें बिछाए बैठा हूँ!!
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