मोहब्बत की झूठी कहानी पे रोये Mohabbat Ki Jhooti Kahani Pe Roye Lyrics in Hindi
इस सदी/ शताब्दी की अदबी और फिल्मी दुनिया के महाकवि अब्दुल-ग़फ़्फ़ार शकील अहमद शकील बदायूंनी, महान्तम अभिनेता यूसुफ़ ख़ान उर्फ़ दिलीप कुमार, महान्तम और विश्व-सुन्दरी-अभिनेत्री मुम्ताज़ बानो बेगम उर्फ़ मधू-बाला, महान्तम संगीतकार मोहम्मद नौशाद अली लख्नवी, महान्तम निर्देशक के आसिफ़, वग़ैरा को भेंट, और उन हज़रात की नज़्र, महान कवि/ शायर रामदास प्रेमी इन्सान प्रेमनगरी की एक जदीद-व-मुन्फरिद, उम्दा-व-तुर्फ़ा ग़ज़ल
मुहब्बत में अह्दे-जवानी पे रोए!
सदा दुख भरी हम कहानी पे रोए!!
जवानी में दिल जब हसीनों पे आया!
किया दिल का मातम, जवानी पे रोए!!
भरीं आहें, आँसू बहाए वफ़ा में!!
सभी उम्र भर, ज़िन्दगानी पे रोए!!
कभी भी तबस्सुम न आया लबों पर!
ज़माने की हर शादमानी पे रोए!!
सितम याद आए, करम याद आए!!
हर इक लम्हा, दिल की कहानी पे रोए
सुनो!, दिल ही दिल में यहाँ, शैख़साहब
अजब अपनी ही लंतरानी पे रोए! ?
रफ़ीक़ो!, सुनो हो!, हमारे अदू भी!!
हमारी इसी ख़ुश् बयानी पे रोए!!
मुहब्बत तो है, जाविदाँ-ज़िन्दगानी!!
बशर कोई क्यों?, उम्र-ए-फ़ानी पे रोए
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नोट :- इस त़वील ग़ज़ल के दीगर शेर-व-सुख़न आइंदा फिर कभी पेश किए जायेंगे, इन्शा-अल्लाह!
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दुनिया फ़ना हो जाएगी, लेकिन इश्क़ हमेशा ज़िन्दा, पाइंदा, और तिबिंदा रहेगा!
प्यार कीजिये, हो सके तो!
मुझे, मालूम है, प्यार किया नहीं जाता,
हो जाता है!
फिर भी प्रेम करने की कोशिश करनी चाहिए!
BEST OF LUCK!
TAKE ADIEU!
हिन्दी फिल्मी दुनिया की अभी तक की सब से विशेष और महान्तम फिल्म मुग़ल-ए-आज़म के नग़मानिगार/ गीतकार/ शायर शकील बदायूंनी की नज़्र, रामदास प्रेमी इन्सान प्रेमनगरी के कुछ अश्आर
जवाँ जब हुए, नौजवानी पे रोए! : शायर रामदास प्रेमी इन्सान प्रेमनगरी की एक जदीद-व-मुन्फरिद, उम्दा-व-तुर्फ़ा ग़ज़ल
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जवाँ जब हुए, नौजवानी पे रोए!
वफ़ा की हम इस ज़िन्दगानी पे रोए
वफ़ा में तबस्सुम न आया, लबों पर
मुहब्बत में, नाशादमानी पे रोए!!
गये दिन तो याद आईं उन की जफ़ायें
सरे-शाम, दिल की कहानी पे रोए!!
मुहब्बत में जब दिल, हसीनों पे आया
कहें क्या?, हम अपनी जवानी पे रोए
भरीं आहें, आँसू बहाए, शबो-रोज़!!
तमाशा हुआ, नौजवानी पे रोए!!
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मुहब्बत पे रोए, जवानी पे रोए!!
जिगर वाले, इस ज़िन्दगानी पे रोए!!
कभी चाँद, आँसू बहाए, वफ़ा में!!
कभी कहकशाँ, कहकशानी पे रोए!
जवानी के आने पे होता ही है प्यार!
तभी तो दिवाना, जवानी पे रोए!!
वत़न में किसानों को क्या मिल रहा है,
हमारे किसान अब किसानी पे रोए!!
बड़ी जाँफ़िशानी की, यारों ने, लेकिन
सभी, अपनी ही जाँफ़िशानी पे रोए!!
वफ़ा की कहानी है चाहत का क़िस्सा
जिगर वाले, दिल की कहानी पे रोए!
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वफ़ा और दिल की कहानी पे रोए!!
जिगर वाले, इस ज़िन्दगानी पे रोए!!
अजी!, उस पे, बेकार आई जवानी ?!
" मियाँ क़ैस " अपनी जवानी पे रोए
हसीनाओं की बे-रुख़ी, ज़ुल्म ढाए!!
कि छुप-छुप केआशिक, जवानी पे रोए!!
ये वाइज़, ये ज़ाहिद, ये नासेह, ये आबिद!!
ये मुल्ला जी, अपनी जवानी पे रोए!!
उन्हें भी बड़ी प्यारी थी मेहतरानी!!
वो ग़ालिब असद, मेहतरानी पे रोए!
अजी!, बिजली-पानी की क़िल्लत रही है!!
सभी, उम्र भर, बिजली-पानी पे रोए!!
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नोट :- इस त़वील ग़ज़ल के दीगर शेर-व-सुखन आइंदा फिर कभी पेश किए जायेंगे, इन्शा-अल्लाह! --------------------
रामदास प्रेमी इन्सान प्रेमनगरी
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Mohabbat Ki Jhooti Kahani Pe Roye Lyrics in Hindi
मोहब्बत की झूठी
कहानी पे रोये
कहानी पे रोये
मोहब्बत की झूठी
कहानी पे रोये
बड़ी चोट खाई
जवानी पे रोये
जवानी पे रोये
मोहब्बत की झूठी
कहानी पे रोये
न सोचा न समझा
न देखा न भाला
तेरी आरज़ू ने हमें मार डाला
तेरे प्यार की मेहरबानी
पे रोये रोये
मोहब्बत की झूठी
कहानी पे रोये
बड़ी चोट खाई
जवानी पे रोये
जवानी पे रोये
खबर क्या थी होठों
को सीना पडेगा
मोहब्बत छुपा
के भी जीना पड़ेगा
जिए तो मगर
ज़िंदगानी पे रोये रोये
मोहब्बत की झूठी
कहानी पे रोये
बड़ी चोट खाई
जवानी पे रोये
जवानी पे रोये
मोहब्बत की झूठी
कहानी पे रोये
Mohabbat Ki Jhooti Kahani Pe Roye Lyrics in English
Mohabbat ki jhuthi
Kahani pe roye
Kahani pe roye
Mohabbat ki jhuthi
Kahani pe roye
Badi chot khai
Jawani pe roye
Jawani pe roye
Mohabbat ki jhuthi
Kahani pe roye
Na socha na samajha
Na dekha na bhala
Teri arazu ne hame mar dala
Tere pyar ki meharabani
Pe roye roye
Mohabbat ki jhuthi
Kahani pe roye
Badi chot khai
Jawani pe roye
Jawani pe roye
Khabar kya thi hotho
Ko sina padega
Mohabbat chhupa
Ke bhi jina padega
Jiye to magar
Zindagani pe roye roye
Mohabbat ki jhuthi
Kahani pe roye
Badi chot khai
Jawani pe roye
Jawani pe roye
Mohabbat ki jhuthi
Kahani pe roye.
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